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रविवार, 3 जुलाई 2022

भाईचारा

  हिन्दी साहित्य परिवार 
विषय - भाई चारा
दिनांक   1/7/2022से 


मिलकर पहल करें हम भाईचारा।

ये तेरा है ये मेरा यहअंधकार घनेरा।
अलगाववाद का है यहां हमेशा डेरा।
फिर कैसे भाई-चारा परिलक्षित हो।
समता, स्वतंत्रता यहां सुरक्षित हो।

मिलकर पहल करें हम भाई-चारा।
बने समतामूलक ये समाज हमारा। 

त्याग दें निष्ठुरता संवेदनशील बनें।
भेदभाव मिटाकर  प्रगतिशील बनें। 
छल-कपट रहित हो चरित्र  हमारा।
मिलकर पहल करें हम भाई-चारा।

दुनियां में मेरा भारत देश है न्यारा।
युगोंअमर रहे ये प्रबुद्ध राष्ट्र हमारा।
मिलकर पहल करें ऐसा भाई-चारा।
जैसे हिन्दी साहित्य परिवार हमारा।



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