हिन्दी साहित्य परिवार
विषय - भाई चारा
दिनांक 1/7/2022से
मिलकर पहल करें हम भाईचारा।
अलगाववाद का है यहां हमेशा डेरा।
फिर कैसे भाई-चारा परिलक्षित हो।
समता, स्वतंत्रता यहां सुरक्षित हो।
मिलकर पहल करें हम भाई-चारा।
बने समतामूलक ये समाज हमारा।
त्याग दें निष्ठुरता संवेदनशील बनें।
भेदभाव मिटाकर प्रगतिशील बनें।
छल-कपट रहित हो चरित्र हमारा।
मिलकर पहल करें हम भाई-चारा।
दुनियां में मेरा भारत देश है न्यारा।
युगोंअमर रहे ये प्रबुद्ध राष्ट्र हमारा।
मिलकर पहल करें ऐसा भाई-चारा।
जैसे हिन्दी साहित्य परिवार हमारा।
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