यह ब्लॉग खोजें

गुरुवार, 22 सितंबर 2022

हर नजर उनके नाम

ये सांस वक्त से अनजान होती है।
पता नहीं कब सुबह शाम होती हैं।

मैं मुहब्बत दिल से करता हूँ उनसे,
तभी हर नजर उनके नाम होती है।

ख्यालआता है जब भी उनका हमें,
नियत हमारी बड़ी बदनाम होती है।

उन्होंने भुला दिया तो क्या हो गया,
हर कविता तो उनके नाम होती है।

उनके बिछुड़ने का गम भी इतना है,
हर सड़क यहां की सुनसान होती है।

कांटों से डरो नहीं

फूलों का गर शौक हैतो  काटों से डर कैसा। इरादा मजबूत हैतो  ख्याल ये मुकद्दर कैसा। कभी धूप कभी छांव रहा करती जिन्दगी में, साथ न हो हमसफ़र का त...