थात देश प्रेमियों की, दुनियाँ में एक है ।
रंग रूप अलग है , एकता की झलक है,
भेद-भाव होते हुए ,अनेक में एक है।
बरषों गुलाम रहे, खूब अपमान सहे,
गुलामों के भी गुलाम,लोग यहां जीते थे।
आजादी की जंग जब,रहे एक संघ सब ,
भुलाकर भेद-भाव, लोग जान देते थे।
एक साथ चलकर, अहिंसा के बल पर ,
देश प्रेमियों ने यह,आजादी दिलायी है।
सर पे कफन बांध, हाथ मैं तिरंगा साथ,
वीर बलिदानियों ने, रोशनी जलाई है।
भारत आजाद देश ,रखें शुद्ध परिवेश ,
प्रबुद्ध भारत अब, इसको बनायेंगे ।
शहीदों को है नमन ,देश में रहे अमन ,
सुरक्षित संविधान ,की सौगंध खायेंगे ।
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