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रविवार, 27 नवंबर 2022

मना लिया करो

लग रही है गर आग तो बुझा दिया करो।
तब हाल अपने दिल का सुना दिया करो।

चुप रहने से कभी हालात नहीं बदलते,
रूठे हैंअपने तो उनको मना लिया करो।

दूर रहने से गलत फहमियां हो जाती हैं,
वक्त पर अपनों से बात कर लिया करो।

वो भी इतने बुरे नहीं थे जमाने में कभी,
उन्हें भी जमाने की याद दिला दिया करो।

देख कर दुनिया हमें सपना सा लगता है।
कभी सपनों में अपनों के खो जाया करो।

 



 







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