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बुधवार, 15 अप्रैल 2020

#अ से अम्बेडकर होता है** स


अ से अम्बेेेडकर होता है 

जागता है जीवन में कभी नही सोता है। 
महान विधिवेत्ता वो संविधान लिखता है।
वंचितों के न्याय की सदा पहल करता है।
इसी लिए तो 'अ 'से अम्बेेेडकर होता है।
रोशनी में हो कर भीअन्धेरों में रहता है।
आस्तिक हो बात नास्तिक की करता है।
हिन्दू जन्म लेता मगर हिन्दू नहीं मरता है ।
इसी लिए तो 'अ'से अम्बेेेडकर होता है ।
वंचितों का मसीहा हक की बात करता है।
शोषण के खिलाफ वह लड़ाई लड़ता है ।
नारी सशक्त को हिन्दू कोड विल लाता है ।
इसी लिए तो'अ'से अम्बेेेडकर होता है ।
शिक्षित नहीं है वो जो परम्परा ढोता है ।
शिक्षा का अर्थ वो संघर्ष को बताता है।
तीन मंत्र देकर हमें चलना सिखाता है ।
इसी लिए तो 'अ'से अम्बेेेडकर होता है ।
नये भारत सृजन का शिल्पकार होता है ।
अन्याय का सदा जो प्रतिकार करता है।
समानता के लिए वो बुद्धपथ खोजता है।
इसी लिए तो 'अ'से अम्बेेेडकर होता है ।
भारत का मूल है वह भारत में रहता है ।
मनुवाद का विरोधी मनुस्मृति जलाता है।
शोषित व वंचितों का वही मुक्ति दाता है।
इसी लिए तो 'अ'से अम्बेेेडकर होता है।

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