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बुधवार, 13 अप्रैल 2022

मंगल कामनाओं !

जिनको सुबह शाम याद करते हैं।
दूर रहकर भी हम संवाद करते हैं।
खुशियों से भरी रहे उनकी झोली,
हृदय से उनके लिए दुआ करते हैं।

झुक कर सलाम करता हूँ उनको।
स्रोत प्रेरणा के भूला नहीं जिनको।
जो हमें अँधेरों से रोशनी तक लाए,
कोटि कोटि नमन करता हूँ उनको

भूल से जिन्हें हम अपना समझते हैं,
वो साथ देने वक्तपर पिछड़ जाते हैं।
अपनी मेहनत सेआगे बढ़ रहे हैं तो,
वही आकर रिश्तों में उलझा जाते हैं।

बहुत लोग हैं दुनिया में जान लीजिए।
कौन मित्र हैं अपने  पहचान लीजिए।
भीड़ बहुत है निकलना बड़ा मुश्किल,
ये ज्ञान से विज्ञान का संज्ञान लीजिए।







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